केजरीवाल की सरकार के लिए बुरी खबर
आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता जा सकती है। ऑफिस ऑफ प्रॉफिट केस में चुनाव आयोग उनपर केस चलाएगा और विधायकी जाने की उम्मीद बढ़ गई है। चुनाव आयोग ने इन विधायकों की दलील खारिज़ कर दी है और माना है कि विधायकों के पास 13 मार्च 2015 से 8 सितंबर 2016 के बीच संसदीय सचिव का पद था। इसी आधार पर विधायकों की अर्जी नामंजूर कर दी गई, दिल्ली हाईकोर्ट ने 8 सितंबर 2016 को ही इन विधायकों को झटका दे दिया था और संसदीय सचिव की कुर्सी चली गई थी।
पहले ये 21 विधायक थे, लेकिन अब बीस हैं क्योंकि जरनैल सिंह ने पंजाबमें विधानसभा का चुनाव लड़ते वक्त इस्तीफा दे दिया था और ये सीट आम आदमी पार्टी हार गई थी। अब दिल्ली विधानसभा में 70 में से 66 विधायक आम आदमी पार्टी के हैं। अगर 20 और विधायकों की सदस्यता चली गई तो आम आदमी पार्टी की सरकार संकट में नहीं आएगी लेकिन पार्टी नें विद्रोह हो सकता है।